राजपरिवार से आनेवाले ये सांसद अब सदन में बन सकेंगे रियाया की आवाज?

मिलिए राजघरानों की देवियों और महानुभाव से, जो लोकसभा में थोड़ा राजसी खनक लेकर आने वाले हैं

छत्रपति शाहू, शाहजी,  76 वर्ष, कांग्रेस, कोल्हापुर, महाराष्ट्र
छत्रपति शाहू, शाहजी,  76 वर्ष, कांग्रेस, कोल्हापुर, महाराष्ट्र

पहली-पहली बार-राजपरिवार

छत्रपति शाहू शाहजी,  76 वर्ष, कांग्रेस, कोल्हापुर, महाराष्ट्र

उनके पास 342 करोड़ रुपए की संपत्ति होने के बावजूद छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और कोल्हापुर के शाही परिवार के मुखिया को "राजघरानों में जनसाधारण" कहा जाता है. इसकी वजह आम जनता के साथ उनका जुड़ाव है. शाहजी 1990 के दशक के आखिरी वर्षों में शिवसेना में शामिल हुए, मगर चुनावी राजनीति में नहीं उतरे. वहीं, उनके बड़े बेटे संभाजीराजे ने एनसीपी के टिकट पर 2009 का आम चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. राज्यसभा के एक कार्यकाल के बाद अब स्वराज नाम से उनका अपना स्वतंत्र संगठन है. छोटे बेटे मालोजीराजे कांग्रेस से जुड़े हैं और कोल्हापुर से विधायक (2004-09) थे. मोठे महाराज के नाम से भी जाने जाने वाले शाहजी के पास 1930 की मेबैक और 1962 की मर्सिडीज सहित विंटेज कारों का शानदार संग्रह है. पढ़े-लिखे और देश-दुनिया घूमे शाहजी कई शैक्षिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं.

यदुवीर कृष्णदत्त चामराज वाडियार,  32 वर्ष, भाजपा, मैसूर, कर्नाटक

यदुवीर कृष्णदत्त चामराज वाडियार,  32 वर्ष, भाजपा, मैसूर, कर्नाटक

दरअसल, मैसूर के 600 साल पुराने वाडियार राजपरिवार के मुखिया और उत्तराधिकारी को नामजद किए बिना श्रीकांतदत्त वाडियार परलोक सिधार गए थे. ऐसे में श्रीकांतदत्त वाडियार के करीबी रिश्तेदार यदुवीर को शाही परिवार ने फरवरी 2015 में गोद लिया. तब वे अमेरिका की मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट यूनिवर्सिटी में बीए की पढ़ाई कर रहे थे. उसके तीन महीने बाद, वाडियार राजपरिवार के 27वें कस्टोडियन के रूप में यदुवीर का राजतिलक किया गया था. असल में, चार कार्यकाल तक मैसूर से कांग्रेस के सांसद रहे श्रीकांतदत्त के पदचिह्नों पर चलते हुए साल 2024 में यदुवीर ने भी सियासत में कदम रखा. यदुवीर की शादी राजस्थान के डूंगरपुर राजघराने की त्रिशिका कुमारी से हुई है. यदुवीर टेनिस और संगीत के शौकीन हैं और उन्होंने किशोरावस्था में ही गिटार बजाना सीख लिया ता. यदुवीर को ब्लूज, जैज और रॉक संगीत पसंद है. इस 'मैसूर के महाराजा' ने अपनी 9.47 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है, मगर दिलचस्प है कि वे एक भी कार के मालिक नहीं हैं.

महिमा कुमारी मेवाड़,  52 वर्ष,  भाजपा, राजसमंद, राजस्थान

वक्त जरूर लगा, पर 'मेवाड़ की राजकुमारी' की तकदीर आखिरकार अब बदल रही है. दिल्ली के एलएसआर कॉलेज से मनोविज्ञान में ग्रेजुएट और उदयपुर के शाही घराने से नई-नई राजनीति में आईं महिमा को भाई-भतीजावाद के आरोपों से लडऩा पड़ा. दरअसल, उनके पति विश्वराज सिंह भी 2023 में भाजपा के टिकट पर राजस्थान विधानसभा में चुने गए थे. विनम्र और मिलनसार नेता के रूप में आम जनता में लोकप्रिय महिमा ने राजसमंद सीट पर राज्य में 3,92,223 वोटों के सबसे ज्यादा अंतर से जीत दर्ज की.

महिमा कुमारी मेवाड़,  52 वर्ष,  भाजपा, राजसमंद, राजस्थान

कृति देवी देवबर्मन,  53 वर्ष,  भाजपा, त्रिपुरा पूर्व (अनुसूचित जनजाति), त्रिपुरा

माणिक्य राजवंश की सदस्य कृति देवी त्रिपुरा के मौजूदा प्रतीकात्मक राजा प्रद्योत माणिक्य देवबर्मा की बहन हैं. हालांकि उनके भाई राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी दल टिपरा मोथा पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष हैं, मगर कृति देवी ने भगवा पार्टी के कमल चुनाव चिह्न पर संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. उनका विवाह छत्तीसगढ़ के कवर्धा राजपरिवार के योगेश्वर राज सिंह के साथ हुआ है. कृति देवी पूर्वोत्तर भारत में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास से भी जुड़ी हुई हैं और वे जल प्रबंधन और ग्रामीण परियोजनाओं पर खास ध्यान दे रही हैं. कृति देवी ने ग्रामीण प्रबंधन संस्थान, आणंद से ग्रामीण प्रबंधन में डिप्लोमा भी किया है.

राव राजेंद्र सिंह 66 वर्ष, भाजपा, जयपुर ग्रामीण, राजस्थान

राव साहिब के नाम से लोकप्रिय राजेंद्र सिंह शाहपुरा राजपरिवार के वंशज हैं. उन्हें जयपुर के पास पूर्व रियासत के अन्य किलों और महलों के साथ बिशनगढ़ का किला भी विरासत में मिला, जहां अब लग्जरी होटल है. विधानसभा की बहसों में अपने शोधपूर्ण भाषणों और हस्तक्षेपों के लिए मशहूर इस पूर्व डिप्टी स्पीकर और तीन बार के विधायक ने 1,615 वोट के मामूली अंतर से जीतकर संसद में पहला कदम रखा.

मालविका देवी, 44 वर्ष, भाजपा, कालाहांडी, ओडिशा

अक्सर रानी मां के नाम से पुकारी जाने वाली मालविका हिमाचल प्रदेश के राजपरिवार से हैं. उनकी शादी कालाहांडी के राजपरिवार में हुई है. उनके पति अर्का केशरी देव पहले बीजद से जुड़े थे और एक कार्यकाल (2014-2019) कालाहांडी से सांसद रहे. 2023 में यह शाही जोड़ा भाजपा में शामिल हो गया. दिल्ली विश्वविद्यालय के जीसस ऐंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में ग्रेजुएट मालविका ने बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा किया है. शिक्षा और नौकरियों के सृजन पर उनका मुख्य जोर होगा.

मालविका देवी, 44 वर्ष, भाजपा, कालाहांडी, ओडिशा

अजय सुकुमारन, धवल एस. कुलकर्णी और अर्कमय दत्ता मजूमदार

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