अक्षय ऊर्जा मंत्री जोशी के सामने बिजली की कम बरबादी के साथ लक्ष्यों को साधने की चुनौती

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी की बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना भी होगी कि मुख्य बिजली मंत्रालय के साथ तालमेल कम न हो

प्रल्हाद जोशी, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री
प्रल्हाद जोशी, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री

भारत ने 2030-31 तक 500 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. इसके साथ-साथ किफायती भंडारण क्षमताएं और राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन भी विकसित करना है. हाइड्रोजन मिशन की योजना हर साल 50 लाख टन (5 एमएमटी) हरित हाइड्रोजन के उत्पादन की है.

यह प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अतिरिक्त है जिसमें हर महीने एक करोड़ घरों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न कार्यक्रमों में कहा है कि भारत को इसे बढ़ाकर तीन गुना करना होगा लेकिन अगर दोनों बिजली मंत्रालय मिलकर काम नहीं करेंगे तो यह असंभव होगा.

पिछले दशक में भारत की अक्षय ऊर्जा सफलता की कहानी बन गई क्योंकि बिजली क्षेत्र (ट्रांसमिशन कंपनियां) ने हरित कॉरिडोरों के लिए निशुल्क पहुंच उपलब्ध कराई, डिस्कॉम से प्राथमिकता आधार पर अक्षय ऊर्जा की बिजली खरीदने के लिए कहा गया और ट्रांसमिशन ढांचे के स्थानीय डिस्पैच केंद्रों को अक्षय ऊर्जा की बिजली के लिए मना नहीं करने को कहा. जोशी की सबसे बड़ी चुनौती कम से कम ट्रांसमिशन लॉस के साथ इनके बीच तालमेल जारी रखने की होगी.

क्या किया जाना चाहिए

गरीबों को बिजली

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का मकसद एक करोड़ गरीब परिवारों को रूफटॉप सोलर के जरिए हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का है. मोदी ने अब नया लक्ष्य— 3 करोड़ घर कर दिया है. इसके लिए 75,000 करोड़ रुपए के परिव्यय को मंजूरी दी गई है

नीतिगत मसले

हाल के वर्षों में दुनिया भर में सोलर मॉड्यूल की कीमतों में अच्छी खासी गिरावट आई है लेकिन भारत में हाल तक उनको अस्थिर आयात कर का दंश झेलना पड़ा है— सरकार ने पहले ऊंचा आयात शुल्क लगाया और फिर 1 साल के भीतर ही इसे पलट दिया

क्षमता निर्माण

भारत का 2030 के अंत तक तीन गुना से अधिक क्षमता बनाने का इरादा है. लेकिन इसके लिए देश में हर साल कम से कम 40 गीगावॉट क्षमता जोड़नी होगी जिससे कि दशक के अंत तक 500 गीगावॉट स्वच्छ ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके. इसे इस लिहाज से देखें तो भारत 2023 में महज 13.7 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा—सौर, पवन और जल ही जोड़ सका है. 

हरित हाइड्रोजन मिशन

2023 में शुरू किया गया हरित हाइड्रोजन मिशन भारत को इस संसाधन के उत्पादन और निर्यात का बड़ा केंद्र बनाने को तैयार है. इसके तहत 2030 तक हर साल 50 लाख टन (5 एमएमटी) हरित हाइड्रोजन के उत्पादन की योजना है. केंद्र ने इस मिशन के लिए 19,750 करोड़ रुपए रखे हैं

प्रल्हाद जोशी, 61 वर्ष भाजपा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री

> शुरुआती वर्ष

जोशी के राजनैतिक सफर की शुरुआत '90 के दशक के शुरू में सांप्रदायिक तनाव और हुबली के ईदगाह मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने से हुई, जिससे वे भाजपा की धारवाड़ जिला शाखा के अध्यक्ष बने. इसके बाद उन्होंने राज्य में भी पार्टी की कमान संभाली

> सियासी सफर

धारवाड़ से पांच बार के सांसद जोशी को संगठन और चुनाव प्रबंधन कुशलता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. मोदी-शाह के भरोसेमंद साथी जोशी अनंत कुमार के निधन के बाद राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरे. विनम्र व्यवहार वाले जोशी के सभी दलों में मित्र हैं. राज्य में भाजपा के दो गुटों में से कोई भी उन्हें खतरा नहीं मानता, एक धड़ा पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा का है और दूसरा बी.एल. संतोष से जुड़ा है. अपनी राजनैतिक जिम्मेदारियों के अलावा जोशी अपने गृह राज्य में स्कूली बच्चों के लिए दोपहर भोजन योजना सहित विभिन्न सामाजिक पहलों से भी जुड़े रहे हैं

> मौजूदा भूमिका

जोशी के पास पिछली मोदी सरकार में कोयला, खनन और संसदीय मामलों जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे. लेकिन उनके नए मंत्रालय का मामला अनूठा है—बिजली और अक्षय ऊर्जा के लिए दो अलग मंत्री. जोशी को यह सुनिश्चित करना होगा कि दोनों तालमेल के साथ काम करें

श्रीपाद यसो नाईक, 71 वर्ष भाजपा, नॉर्थ गोवा सांसद बिजली राज्य मंत्री भी हैं

Read more!