सफल निवेशकों की तरह कैसे निवेश करें?

जब शेयर बाजार में निवेश करने की बात आती है तो इसमें सफलता के झंडे गाड़ने वालों से प्रेरणा लेना कारगर हो सकता है

इलस्ट्रेशन: सिद्धांत जुमडे
इलस्ट्रेशन: सिद्धांत जुमडे

- नारायण कृष्णमूर्ति

हम सभी के ऐसे नायक होते हैं जिनका हम सम्मान करते हैं. चाहे-अनचाहे हम उनके कपड़े पहनने का तरीका, उनके सलीकों, बरताव आदि की नकल करना शुरू कर देते हैं. कामयाब होने की ख्वाहिश रखने या सफल लोगों की तरह आगे बढ़ने की प्रेरणा लेने में कुछ भी गलत नहीं है. कोई भी शख्स दूसरों को देखकर बहुत कुछ सीख सकता है ताकि वह ऐसी गलतियां न करे जो कुछ कामयाब लोगों ने की होंगी. निवेश की बात आती है, तो नए और मंजे हुए निवेशक उन दिग्गजों से बहुत कुछ सीख सकते हैं जो सफल निवेशक रहे हैं. 

नकलची या किसी के सहारे निवेश के बारे में सब जानते हैं. यह सफल और प्रसिद्ध निवेशकों या निवेश प्रबंधकों के निवेश विचारों को दोहराने की रणनीति है. वैसे, किसी मशहूर निवेशक की निवेश रणनीति का पालन करने से जरूरी नहीं कि हर निवेशक को कामयाबी मिले. अलबत्ता, सफल होने की संभावना जरूर बढ़ जाती है. निवेशक के तौर पर आप उन सिद्धांतों और विचारों पर ध्यान केंद्रित करना सीख सकते हैं जो किसी निवेश रणनीति को तैयार करने में काम आते हैं. आप उन्हें समझें और अपनी जरूरतों के मुतबिक ढालें. 

सफलता का सूत्र तैयार करने वाले कई निवेशक भारत से बाहर दूसरे देशों के बाजारों में कामयाब हुए हैं और इनके संदर्भ अलग कालखंड के हैं.‌ मिसाल के तौर पर, सबसे ज्यादा जिस निवेशक का संदर्भ दिया जाता है वे हैं श्रद्धेय निवेश गुरु वॉरेन बफे. वे अपनी जिंदगी के ज्यादातर समय निवेशक रहे हैं और उन्होंने दशकों तक अपने निवेशों को बरकरार रखा है! साथ ही, उन्होंने कई मौके भी गंवाए हैं- जैसे टेक बूम और प्रौद्योगिकी कंपनियों में बहुत पहले निवेश करना- उन्होंने इसकी वजह बताई कि उन्हें इस कारोबार की समझ नहीं है. 

हालांकि, कोई उनकी इस नासमझी पर हंस सकता है, लेकिन आपके लिए सबक यह हो सकता है कि उन क्षेत्रों में निवेश करें जब आप उन्हें नहीं समझते हैं पर उनमें संभावनाएं देखते हैं. उन्होंने अपनी निवेश नाकामियों के साथ ही अपनी कामयाबियों के बारे में भी खुलकर बात की है, जो आने वाली पीढ़ियों के निवेशकों के लिए सबक है. कामयाब निवेशकों के फॉर्मूले का पालन करने की बात किसी विशेष स्कूल से शास्त्रीय संगीत सीखने जैसी है. बुनियादी सिद्धांत किसी विषय पर आपकी पकड़ मजबूत करते हैं, जो एक बार अच्छी तरह से विकसित हो जाए तो आपको अपनी क्षमता, समझ और क्षमता के अनुरूप विकसित होने में मदद करती है. 

निवेश का सरोकार सिर्फ ग्रोथ से नहीं है. निवेश से जुड़े जोखिमों को अक्सर बहुत कुछ कम करके आंका जाता है. निवेश रणनीतियां वक्त के साथ सामने आई हैं. आम निवेशक के साथ ही पेशेवर लोग भी उनका पालन पोर्टफोलियो बनाने और उसे मैनेज करने के लिए करते हैं. जो‌खिम उठाने की क्षमता के आधार पर कोई निवेशक रूढ़िवादी या आक्रामक रणनीति अपना सकता है. साथ ही यह किसी व्यक्ति के निवेश लक्ष्य, उसे हासिल करने की समय सीमा और वह कितना जोखिम उठा सकता है, इस बात पर भी निर्भर करता है. 

किसी निवेश शैली को मोटे तौर पर पोर्टफोलियो के लिए खरीदे गए स्टॉक की विशेषताओं पर प्रबंधक की तरफ से अपनाई गई निवेश प्रक्रिया के आधार पर परिभाषित किया जा सकता है. आप पर्याप्त जानकारी और मार्गदर्शन के साथ अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करने के मामले में आत्मविश्वास हासिल कर सकते हैं. याद रखें, किसी भी निवेश शैली का पालन करते समय निवेश के बुनियादी सिद्धांतों जैसे परिसंपत्ति आवंटन, जोखिम प्रबंधन, बाजार की टाइमिंग और पुनर्संतुलन या रिबैलेंसिंग को ध्यान में रखा जाता है. 

जरूरी निवेश शैलियां

आगे बढ़ने से पहले, यह जानना जरूरी है कि कोई भी निवेश रणनीति साल-दर-साल बाजार में शानदार रिटर्न देने की संभावना नहीं रखती और कोई भी पैसा खोने के जोखिम से अछूता नहीं है. हमारा इरादा आपको विभिन्न संभावित रणनीतियों से अवगत कराना है और यह बताना है कि वे आपके लिए कमाई और अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अधिक विविध पोर्टफोलियो बनाने में कैसे उपयोगी हो सकती हैं. इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि हर निवेश शैली या रणनीति क्या करती है और किन परिस्थितियों में यह सबसे ज्यादा कारगर होती है. याद रखें तेजी के दौर में कई शेयर मार्केट सेंटिमेंट के आधार पर बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं, इसके लिए उनके फंडामेंटल्स या बुनयादी बातों का दुरुस्त होना जरूरी नहीं होता. 

ग्रोथ निवेश

कोई भी व्यक्ति मुनाफा कमाने के लिए शेयरों में निवेश करता है और ग्रोथ स्टॉक उन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्होंने हाल के वर्षों में कमाई में औसत से बेहतर लाभ दिखाया है और उम्मीद की जाती है कि वे उच्च स्तर की लाभ वृद्धि जारी रखेंगे. ग्रोथ निवेश रणनीति उन कंपनियों के शेयरों को चुनने पर केंद्रित होती है जिनमें बढ़त की पर्याप्त संभावना होती है. ये स्टॉक उन कंपनियों के हो सकते हैं जिनका ठोस आय वृद्धि का कोई स्थापित इतिहास नहीं है. 

ग्रोथ स्टॉक अक्सर उभरते हुए उद्योग क्षेत्रों में आशाजनक स्थिति रखते हैं. उनके विस्तार की व्यापक संभावनाएं होती हैं. इस क्षमता और हाल के वर्षों में व्यवसाय को मिली असाधारण रूप से ठोस कामयाबी की वजह से किसी ग्रोथ स्टॉक की कीमत आम तौर पर प्रीमियम पर या अधिक होती है. यह प्रीमियम कंपनी में निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है. मिसाल के तौर पर पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज को लें, जो ग्रोथ स्टॉक श्रेणी में फिट बैठता है. यह दुनिया भर में मौजूदगी के साथ एंड-टू-एंड परिधान विक्रेता और आपूर्तिकर्ता है. यह कंपनी विभिन्न श्रेणियों के अग्रणी फैशन ब्रांडों को संपूर्ण अपैरल सॉल्यूशन प्रदान करती है. 

एक ग्रोथ कंपनी आम तौर पर अपने अधिकांश या पूरे मुनाफे को विस्तार में पुनर्निवेशित करती है. वैसे, कुछ ग्रोथ कंपनियां लाभांश का भुगतान करती हैं, लेकिन ऐसा बहुत कम होता है. स्टॉक मार्केट के लगभग हर सेक्टर में ग्रोथ स्टॉक पा स

वैल्यू निवेश

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