एमिटी : रिसर्च में अव्वल संस्थान

चुनने के लिए तमाम विषय और स्पष्ट नतीजों वाली शिक्षा. इन्हीं पहलुओं पर जोर देते हुए एमिटी यूनिवर्सिटी शीर्ष पर कायम. नवाचारों और नए प्रयोगों पर उसका पहले से ही ध्यान

एमिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर अनुज चौहान कुछ छात्रों के साथ (फोटो : मनीष राजपूत)
एमिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर अनुज चौहान कुछ छात्रों के साथ (फोटो : मनीष राजपूत)

शैली आनंद

जनरल (प्राइवेट यूनिवर्सिटी) -

करीब 2,00,000 पूर्व छात्र, 30,000 से ज्यादा मौजूदा छात्र, 6,000 फैकल्टी सदस्य और वैज्ञानिक तथा 400 से ज्यादा रिसर्च प्रोजेक्ट. इतने पहलुओं के साथ उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी एक ऐसी जगह है, जहां सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं दिया जाता, बल्कि कलासरूम के बाहर भी बहुत कुछ सिखाया जाता है.

यूनिवर्सिटी की लोकप्रियता की एक बड़ी वजह यह भी है कि इसमें स्नातक, स्नातकोत्तर, एम.फिल और डॉक्टरेट रिसर्च प्रोग्राम के स्तर तक 400 के करीब एकेडमिक प्रोग्राम उपलब्ध हैं. छात्र इंजीनियरिंग, प्रबंधन, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, कानून, पत्रकारिता और जनसंचार समेत तमाम क्षेत्रों में यहां पढ़ाई कर सकते हैं. यह यूनिवर्सिटी जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, रक्षा प्रौद्योगिकी, स्टेम सेल और कैंसर सेल रिसर्च और साइबर सुरक्षा जैसे मल्टी-डिसिप्लिनरी प्रोग्राम संचालित करती है.

एमिटी की सबसे बड़ी खासियत है बहुत सारे विषयों के साथ समग्र और उपयोगी शिक्षा प्रदान करने पर जोर देना, जो रोजगारपरक हो. इंडस्ट्री 5.0 (लोगों के साथ काम करने वाले रोबोट और स्मार्ट मशीनें) पर केंद्रित पाठ्यक्रम के तहत इसके कोर्स खासे लचीले और च्वाइस-बेस्ड होते हैं और छात्रों का कौशल इस तरह निखारते हैं कि वे खुद को पेशेवर और उद्योगों की मांग के अनुरूप तैयार कर सकें.

एमिटी नोएडा के कुलपति बलविंदर शुक्ल के मुताबिक, ''एमिटी अकादमिक उत्कृष्टता, रिसर्च, अपने इनोवेशन आधारित शैक्षणिक वातावरण और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे की बदौलत छात्रों को उनकी पूरी क्षमता के साथ खुलकर सीखने का मौका देती है. इससे मानवीय मूल्यों को सहेजते हुए वे एक नवोन्मेषी और उद्यमशील मानसिकता के साथ वर्ल्ड लीडर्स के तौर पर खड़े होने में सक्षम बनते हैं.’’ प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रगति के साथ कदमताल करते हुए एमिटी यूनिवर्सिटी ने मौजूदा उद्योग परिदृश्य के लिहाज से जरूरी स्किल सप्लाइ करने वाले नए प्रोग्राम शुरू किए हैं. एआइ, डेटा साइंस ऐंड मशीन लर्निंग, डिफेंस टेक्नोलॉजी, स्पेस साइंस और न्यूक्लियर साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी प्रोग्राम इसी के कुछ उदाहरण हैं.

जनरल (प्राइवेट यूनिवर्सिटी) की सूची

एमिटी यूनिवर्सिटी अत्याधुनिक उद्योग-केंद्रित पीजी कोर्स चलाती है जिसमें उद्योग, रिसर्च और शिक्षा जगत के लिहाज से जरूरी सभी पहलुओं पर फोकस किया गया है. यहां उपलब्ध सभी इलेक्टिव कोर्स प्रैक्टिकल-बेस्ड हैं. इसका फायदा यह है कि लैब में हाथ आजमाने की वजह से छात्र कक्षा में हासिल थ्योरी ज्ञान को और भी बेहतर ढंग से सीख-समझ पाते हैं.

कुल मिलाकर 99 इंस्टीट्यूट, 43 रिसर्च सेंटर, आठ अनुसंधान निदेशालय एमिटी यूनिवर्सिटी के तहत आते हैं और यहां स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर 400 से ज्यादा ऐसे कोर्स उपलब्ध हैं जो उद्योग-केंद्रित और करियर पर फोकस करने वाले हैं. साथ ही 78 डॉक्टरेट प्रोग्राम भी चलते हैं. शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में यहां स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, बायो-साइंसेज और बायो टेक्नोलॉजी, प्रबंधन, वित्त और वाणिज्य, कला, मानविकी और सामाजिक विज्ञान, प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण विज्ञान तथा स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े 44 से ज्यादा नए प्रोग्राम भी शुरू किए गए.

यह यूनिवर्सिटी छात्रों के बीच 'स्टार्ट-अप कल्चर’ को भी बढ़ावा देती है और उद्यमिता पर स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर पर विभिन्न प्रोग्राम मुहैया कराती है. शुक्ल के मुताबिक, ''हर एक संस्थान में इनोवेशन ऐंड आंत्रप्रेन्योरशिप कोऑर्डिनेडर (आईईसी) हैं जो छात्रों को स्टार्ट-अप के लिए प्रेरित करने के साथ उन्हें शुरू करने को जरूरी सलाह भी देते हैं.’’

यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर रिसर्च को भी बढ़ावा दिया जाता है और इसकी तरफ से 1,500 से ज्यादा पेटेंट दाखिल किए जा चुके हैं और उनमें से 176 स्वीकृत भी हो चुके हैं. इसने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, दुबई और कनाडा समेत कई देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ परस्पर सहयोग के लिए कोलैबरेशन भी कर रखा है. यूनिवर्सिटी के कुछ प्रोग्राम छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं, जिनमें एमबीए, एमए (क्लिनिकल साइकोलॉजी), एमसीए, एमएससी (बॉयोटेक्नोलॉजी), एलएलएम, एमए (पत्रकारिता और जनसंचार) और बी.एड वगैरह शामिल हैं.

पिछले एक साल के दौरान एमिटी के स्नातकोत्तर छात्रों ने अपनी प्रतिभा और नवाचार कौशल का लोहा मनवाया है. उन्हें अपनी क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाता है. उन्होंने इंजीनियरिंग में कई हाइ-टेक इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. 'डिजाइन ऐंड फैब्रिकेशन ऑफ जीरो टर्निंग रेडियस व्हीकल’ और 'डिजाइन ऐंड फैब्रिकेशन ऑफ सीएनसी मिलिंग मशीन फॉर नॉन-मैटेलिक मैटीरियल्स’ जैसे प्रोजेक्ट यह बताने के लिए काफी हैं कि यहां के छात्र मौजूदा समय की वैश्विक चुनौतियों का समाधान तलाशने में सक्षम हैं.

स्नातकोत्तर छात्रों ने भी अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए वैश्विक मान्यता हासिल की है. कई छात्रों ने हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, कोलंबिया, कॉर्नेल, कार्नेगी मेलन, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी, बोस्टन यूनिवर्सिटी, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी जैसे ख्यात संस्थानों में अपनी जगह बनाई है. अपने शानदार कैंपस प्लेसमेंट रिकॉर्ड, व्यापक प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग और इंटरनेशनल एक्सपोजर प्रोग्राम के साथ एमिटी यूनिवर्सिटी अपने परिसर में कदम रखने वाले सभी छात्रों के एक उज्ज्वल भविष्य को आकार देने में जुटी है. 

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