सुर्खियों के सरताजः स्क्रीन को चमकाने वाले चेहरे
अक्षय कुमार ने अपनी बेल बॉटम और फिर सूर्यवंशी से दर्शकों को फिर थिएटरों में खींचा; और सान्या मल्होत्रा ने पगलैट और मीनाक्षी सुंदरेश्वर में शानदार अदाकारी से घर पर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया, दोनों ओटीटी पर रिलीज हुईं.

साल के एंटरटेनर 2021
अक्षय कुमार और सान्या मल्होत्रा
नवंबर 2021 में जाकर हिंदी थिएटर का कारोबार फिर से शुरू हो सका और इन सबके केंद्र में एक ही शख्स था—अक्षय कुमार. इस अभिनेता ने सबसे पहले विश्वास की छलांग लगाई और अगस्त में बेल बॉटम को सिनेमा हॉल में रिलीज कराया.
चूंकि महाराष्ट्र के सिनेमा हॉल तब भी बंद थे और कई राज्यों मंु थिएटर अपनी क्षमता के 50 फीसद पर काम कर रहे थे, लिहाजा यह बहुत साहसी कदम था. इस फिल्म ने 32 करोड़ रु. का कारोबार किया, जो अक्षय कुमार की फिल्म के लिए काफी कम रकम है लेकिन इस अदाकार की कोशिश ज्यादा मानीखेज थी.
तमिल अभिनेता विजय ने इससे पहले जनवरी में मास्टर की रिलीज के साथ ऐसा ही साहस दिखाया था, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 162.5 करोड़ रु. जमा किए और मजेदार बात यह है कि उसकी कमाई का ज्यादातर हिस्सा केवल तमिलनाडु से ही आया. क्रैक, जाति रत्नालु, उप्पेना और वकील साब जैसी तेलुगु फिल्मों के साथ दक्षिण का फिल्म उद्योग पहले चार महीनों में बेहतर प्रदर्शन कर रहा था.
यह इस बात का संकेत है कि दर्शक फिल्म देखने को फिर से सामुदायिक अनुभव बनाने के लिए उत्सुक हैं. उसके बाद कोविड-19 की जानलेवा दूसरी लहर आ गई और थिएटर मालिकान एक बार फिर लॉकडाउन की मार झेलने लगे.
हिंदी भाषी क्षेत्रों में हालात खास तौर पर मायूस करने वाले थे. सलमान खान ईद पर रिलीज होने वाली अपनी फिल्म को सीधे डिजिटल पर ले गए. इस फैसले को ज्यादातर दर्शकों ने सराहा. और जिस मामले में सलमान नाकाम रहे, उसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा ने बाजी मार ली. करगिल के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित उनकी शेरशाह प्राइम वीडियो पर सर्वाधिक देखी गई फिल्म बन गई. कुछ निर्माताओं ने हालांकि अपनी फिल्म की डिजिटल रिलीज से परहेज किया.
जिस शख्स ने सबसे ज्यादा वक्त तक सब्र से काम लिया, उसे सबसे ज्यादा इनाम मिला. अक्षय कुमार की सूर्यवंशी शुरू में मार्च 2020 में रिलीज होने वाली थी लेकिन वह 5 नवंबर, 2021 को थिएटरों में पहुंची और एक हफ्ते के भीतर ही 18 महीनों में 100 करोड़ रु. पार करने वाली पहली हिंदी फिल्म बन गई.
यह अक्षय कुमार के लिए अपने जाने-माने अंदाज में लौटना था, और वे महामारी के दौरान एक साथ छह फिल्मों—बेल बॉटम, अतरंगी रे, बच्चन पांडे, रक्षा बंधन, ओएमजी2 और जैकी भगनानी निर्मित ऐक्शन थ्रिलर—की शूटिंग में मसरूफ हो गए. ऐसा करके उन्होंने यह सुनिश्चित कर दिया कि उस महामारी की मार से उबर रहे उद्योग में काम चल पड़े.
महाराष्ट्र जैसे प्रमुख बाजार, जहां अब भी सिनेमा हॉल अपनी क्षमता के 50 फीसद पर चल रहे हैं, में सूर्यवंशी की सफलता—भारत में 196 करोड़ रु.—वह अमृत है जिसका उत्तर और पश्चिम के बाजारों के सिनेमा मालिकों को बेसब्री से इंतजार है. लेकिन अक्षय कुमार ने खुद को केवल थिएटरों तक ही महदूद नहीं रखा है; वे स्ट्रीमिंग की नाव पर भी सवार हो गए हैं. उन्होंने 24 दिसंबर को डिज्नी+हॉटस्टार की अतरंगी रे के रूप में अपनी दूसरी डायरेक्ट-टु-डिजिटल रिलीज की.
अक्षय कुमार जैसे सितारों को मालूम है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म अपनी जगह बनाएंगे. ओटीटी के सबसे बड़े सितारों में मनोज बाजपेयी शामिल हैं, जो प्राइम वीडियो की द फैमिली मैन के सीजन 2 में अपने जोरदार फॉर्म में थे. कोंकणा सेनशर्मा को नेटफ्लिक्स की ऐंथोलॉजी अजीब दास्तान्स का हिस्सा गीली पुछी में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने में मात्र 30 मिनट लगे. उन्होंने अपना यही जलवा प्राइम वीडियो के ड्रामा मुंबई डायरीज 26/11 में दिखाया.
नेटफ्लिक्स की दो रिलीज—पगलैट और मीनाक्षी सुंदरेश्वर के साथ सान्या मल्होत्रा नमूदार हुईं. उन्होंने इनके जरिए दिखा दिया कि वे किसी भी प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने में सक्षम हैं. मार्च में पगलैट रिलीज होने के बाद लोकप्रिय निर्माताओं के साथ आते ही इस अभिनेत्री ने अपनी पेशेवर जिंदगी में स्पष्ट बदलाव किया और उनकी अदाकारी की बारीकियां सामने आने लगीं.
उनकी आने वाली फिल्मों में मेघना गुलजार की सैम बहादुर है जिसमें वे विक्की कौशल के साथ हैं, राजकुमार राव के साथ हिट, शाहरुख खान की रेड चिलीज की फिल्म और ऐटली का प्रोजेक्ट शामिल हैं. मल्होत्रा कहती हैं, ''ओटीटी की बदौलत मैं दर्शकों का मनोरंजन करती हूं और बॉक्स ऑफिस का प्रेशर कम रहता है. नंबरों की चिंता न करना ही अपने आप में सुखद एहसास है.’’
मल्होत्रा को पिछले साल उसी समय से ही नंबरों की चिंता नहीं करनी पड़ रही है जब उनके पास शकुंतला देवी और लेडी के रूप में दो डायरेक्ट-टु-डिजिटल फिल्में रिलीज हुईं. उनका कहना है, ''ओटीटी के जरिए जिस तरह के दर्शक और प्रशंसा मैं चाह रही थी, वे मुझे मिल गए.’’ 29 साल की मल्होत्रा ने महज छह साल के करियर में अब तक अपेक्षाकृत गैर-पारंपरिक रास्ता अपनाया है.
इसकी शुरुआत दंगल से हुई जिसने उन्हें ''स्क्रीन पर बिताए गए वन्न्त की चिंता करने’’ की बजाए ''इस बात पर ध्यान देना सिखाया कि आप अपनी अदाकारी से पटकथा में क्या जोड़ सकती हैं.’’ इसके अलावा वे महिलाओं के विभिन्न रूपों को भी दिखाना पसंद करती हैं, चाहे वह अपने पति के बारे में असहज कर देने वाली सचाई का पता लगाने वाली इकलौती विधवा महिला हो (पगलैट) या एक वधु जो अरेंज्ड-कम-लव मैरिज में दूरी लाने की कोशिश कर रही हो (मीनाक्षी सुंदरेश्वर).
वे कहती हैं, ''आप जो किरदार निभाती हैं, उसमें अनजाने में आपके मूल्य झलकते हैं. हर किरदार से जुड़ाव महसूस नहीं होता. लेकिन आपको सबसे पहले अपने को समझाना होता है, तभी आप दर्शकों को राजी कर सकते हैं.’’
नेटफ्लिक्स के डेटा के मद्देनजर मल्होत्रा कामयाब हो चुकी हैं. भारत में पगलैट कई सप्ताह तक नंबर एक थी और मीनाक्षी सुंदरेश्वरी टॉप 10 फिल्मों की सूची में छह हफ्ते तक बनी रही. यही नहीं, दुनिया की टॉप 10 फिल्मों की सूची में लगातार तीन सप्ताह तक बनी रही. सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसक मीनाक्षी सुंदरेश्वर के गाने ''तितर बितर’’ की धुन पर थिरकते हुए इंस्टाग्राम रील्स बना रहे हैं.
दूसरी ओर, समालोचक और अवार्ड शो पगलैट में उनकी अदाकारी के कसीदे पढ़ रहे हैं. मल्होत्रा नए साल को लेकर उत्साहित हैं लेकिन वे किसी तरह की गफलत का शिकार होने से बचना चाहती हैं. वे बताती हैं, ''मैं हमेशा सोचती रहती हूं कि मैं ऐक्टिंग के बारे में नया कैसे सीख सकती हूं और काम के साथ प्रयोग कैसे कर सकती हूं? मैं अपने किरदार को दोहराने से डरती हूं. मुझे मालूम है कि इस लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता लेकिन बढ़िया प्रदर्शन तभी करती हूं जब खुद पर दबाव डाल रही होती हूं.’’
स्टार पावर
''मैं ओटीटी के जरिए जिस तरह के दर्शक और प्रशंसा चाह रही थी, वे दोनों मुझे मिल गए’’
सान्या मल्होत्रा
› सही रास्ता
सान्या मल्होत्रा एक नोटबुक रखती हैं और वे जिन किरदारों को परदे पर जी रही होती हैं, उनके बारे में उसमें अपने विचारों को दर्ज करती रहती हैं. पगलैट के लिए उन्होंने अपने किरदार संध्या के भीतर उतरने की खातिर सन्नाटे और अकेलेपन पर कविताएं लिखी
› सान्या की रोल मॉडल
तब्बू—इस सीनियर ऐक्टर ने परदे पर जितने तरह के किरदार निभाए हैं, उसकी वजह से सान्या का प्रेरणा स्रोत बन गई हैं
सूर्यवंशी
2021 की सबसे बड़ी हिंदी फिल्म ने 196 करोड़ रु. की कमाई की
बेल बॉटम
अक्षय कुमार अभिनीत बेल बॉटम कोविड की दूसरी लहर के बाद सिनेमा हॉल में रिलीज होने वाली बड़े बजट की पहली फिल्म थी.