ताकतवर-रसूखदारः अनमोल शिक्षा
अपने व्यवहार के कारण राजनेताओं और नीति निर्माताओं के बीच उन्हें एक अद्वितीय सम्मान प्राप्त है, जिससे उन्हें बिना किसी परेशानी के अपने विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बनाए रखने में मदद मिलती है.

आदित्य शास्त्री
56 वर्ष वाइस चांसलर, वनस्थली
क्योंकि एमआइटी से डॉक्टरेट शास्त्री ने छात्राओं को वैमानिकी से लेकर कंप्यूटर इंजीनियरिंग, कला से लेकर विज्ञान विषयों तक पूर्णत: महिलाओं की शिक्षा को समर्पित उत्कृष्ट केंद्र वनस्थली विश्वविद्यालय का विभिन्न चुनौतियों के बीच, सफलतापूर्वक संचालन किया है
क्योंकि उन्होंने परिसर में खादी के लिए गांधी के आग्रह सहित पुराने मूल्यों को बरकरार रखते हर आधुनिक सुविधाओं और शिक्षा की व्यवस्था की है जिसके कारण माता-पिता अपनी बेटियों को यहां पढऩे के लिए भेजने को लालायित रहते हैं
क्योंकि वे लगातार शिक्षकों और छात्राओं के साथ संवाद बनाए रखते हैं और उन्हें किसी भी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ संवाद के लिए उत्साहित करने को स्वयं आगे बढ़कर मौके प्रदान कराते हैं
खास क्या है
अपने व्यवहार के कारण राजनेताओं और नीति निर्माताओं के बीच उन्हें एक अद्वितीय सम्मान प्राप्त है, जिससे उन्हें बिना किसी परेशानी के अपने विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बनाए रखने में मदद मिलती है.
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