"मैं हमेशा अपने को स्टोरीटेलर ही मानती आई हूं"

अभिनेत्री आलिया भट्ट बच्चों पर अपनी पहली किताब 'एड फाइंड्स अ होम' के साथ लेखिका के रूप में सामने आईं. पेश है इंडिया टुडे से उनकी बातचीत के संपादित अंश

अपनी किताब 'एड फाइंड्स अ होम' के साथ अभिनेत्री आलिया भट्ट
अपनी किताब 'एड फाइंड्स अ होम' के साथ अभिनेत्री आलिया भट्ट

किताब लिखने का वक्त कैसे निकाला आपने?

मैं हमेशा अपने को स्टोरीटेलर ही मानती आई हूं और किताबों का आईडिया दरअसल, ब्रांड [एड-अ-मम्मा] से पहले आया. मैं हमेशा से बच्चों के लिए लिखना, ऐसी किताबों की सीरीज रचना चाहती थी जिसमें एक-दूसरे के अलावा पशुओं और प्रकृति के प्रति उदारता को बढ़ावा दिया गया हो. इस सोच को कागज पर साकार करने के लिए मैंने साथ में विवेक कामथ और शबनम मिनवाला को जोड़ा.

इसमें मुख्य किरदार आलिया नाम की एक नन्ही-सी बिटिया है. तो क्या यह ऑटोबायोग्राफिकल है?

शाहीन और मैं बचपन में सड़कों से अक्सर जानवरों को बचाकर उठा लाते थे, जिससे मां बहुत आजिज रहती थीं. पर फिर भी वे उनके लिए उम्दा ठिकाना बनाकर देतीं. नन्ही आलिया की फैमिली लाइफ में वह परवरिश, उदारता और सेवाभाव साफ दिखता है. उसकी जर्नी मेरी जिंदगी पर बेस्ड नहीं है पर हां, मेरे बचपन के कुछेक पहलू इसमें जरूर शामिल किए गए हैं.

एक मां के तौर पर आपके लिए सबसे ज्यादा चैलेंजिंग चीज क्या है?

ऐक्टर होने की वजह से खासे ट्रैवल, सेट पर लंबे वक्त और वर्क कमिटमेंट की दरकार होती है. इस वजह से मैं अक्सर राहा की जिंदगी के हर पल की गवाह नहीं बन पाती हूं, जो कि मैं चाहती हूं. पर मैं स्क्रीन और उससे परे के एक-एक लम्हे को तरतीब देना और उसे अच्छे-से जीना सीख रही हूं.

● अभी आप किस पर काम कर रही हैं?

दूसरी किताब पर. एड-अ-मम्मा की कल्पना मैंने बच्चों के प्रोडक्ट्सर की दुनिया के रूप में की है. स्टोरीटेलिंग में गुंथी-बिंधी. बल्कि इसमें कहानियों के बीच एक एनिमेशन सीरीज भी है. सिनेमा के मोर्चे पर भी कुछ एक्साइटिंग प्रोजेक्ट मेरे हिस्से आए हैं. जिगरा की मैं को-प्रोड्यूसर भी हूं, जो 11 अक्तूबर को रिलीज होगी. लव ऐंड वार के शुरू होने का मुझे बेसब्री से इंतजार है. संजय सर के साथ काम का और सीखने का मौका मिलना फख्र की बात है.

—अमित दीक्षित

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