बड़ी ऐक्ट्रेस बनना हैः पायल घोष
बंगाली बाला पायल घोष बनी गुजराती गर्ल. साहित्य से खासा लगाव रखने वाली अभिनेत्री ने बॉलीवुड में एंट्री के लिए क्यों लिया साउथ का सहारा

बॉलीवुड में एंट्री के लिए साउथ की फिल्म इंडस्ट्री का सहारा क्यों?
ऐसा किसी योजना के तहत नहीं किया. कोलकाता में पढ़ाई के दिनों में ही मुझे बीबीसी की एक टेलीफिल्म में काम का मौका मिला. इसके बाद साउथ की फिल्मों के ऑफर आए. मेरे पिता कंजर्वेटिव माइंड के हैं. उनके विरोध के बावजूद मैंने तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में सात फिल्में कीं. उन्हीं फिल्मों में से एक तेलुगु फिल्म के निर्माता ने पटेल की पंजाबी शादी फिल्म का ऑफर दिया. बॉलीवुड में एंट्री के लिए लीड रोल वाली इस फिल्म को मैं छोड़ नहीं सकती थी.
सिर्फ लीड रोल की वजह से यह फिल्म की?
इसमें मुझे ऋषि कपूर और परेश रावल जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम का मौका मिल रहा था. रोमांटिक हीरो के रूप में ऋषि कपूर की अपनी एक अलग इमेज रही है. यह और बात है कि इस फिल्म में वे मेरे हीरो के पिता हैं. रावल के साथ काम करते वक्त आपको सीखने का बहुत मौका मिलता है.
आप बंगाली हैं. गुजराती गर्ल बनने में कोई परेशानी हुई?
फिल्म में रावल की बेटी पूजा पटेल बनने के लिए मैंने थोड़ी गुजराती सीखी. शूटिंग के दौरान रावल के अलावा निर्देशक संजय छैल ने भी काफी मदद की.
आपका ड्रीम क्या है?
मैं बहुत बड़ी ऐक्ट्रेस बनना चाहती हूं. भले पूरी जिंदगी में सिर्फ 10 फिल्में करूं. मैं माधुरी दीक्षित को एडमायर करती हूं. अभिनेत्री के तौर पर दीपिका पादुकोण पसंद हैं. हीरो में मैं रणबीर कपूर को लाइक करती हूं. अभी ऋषि कपूर के साथ काम कर लिया है, भविष्य में रणबीर की हीरोइन बनना है.
बंगालियों को साहित्य और म्यूजिक से बहुत लगाव होता है. आपकी पसंद?
मैं भी एक बंगाली हूं और साहित्य से मुझे बहुत ज्यादा लगाव है. मैंने शरतचंद्र और रवींद्रनाथ टैगोर की ज्यादातर रचनाएं पढ़ी हैं. शरतचंद्र का चरित्रहीन और टैगोर की चोखेर बाली मुझे बहुत ज्यादा पसंद है. मैंने भरत नाट्यम सीखा है. म्यूजिक और गायन के बारे में तो यही कहूंगी कि मैं बाथरूम सिंगर हूं.