सिनेमाः मौके पर भरी उड़ान

महामारी के बीच सिनेमाघरों के सफेद परदे पर जमती धूल के बीच कुछ ऐक्टर्स जहां अच्छे दिनों का इंतजार करने के पक्ष में हैं तो कुछ मौके पे उड़ान भरने की तलाश में हैं. ओटीटी प्लेटफॉर्म उन्हें पंख भी मुहैया करा रहे हैं.

श्वेता त्रिपाठी शर्मा
श्वेता त्रिपाठी शर्मा

महामारी के बीच सिनेमाघरों के सफेद परदे पर जमती धूल के बीच कुछ ऐक्टर्स जहां अच्छे दिनों का इंतजार करने के पक्ष में हैं तो कुछ मौके पे उड़ान भरने की तलाश में हैं. ओटीटी प्लेटफॉर्म उन्हें पंख भी मुहैया करा रहे हैं. बड़े ऐक्टर्स और बड़े बजट को छोड़ दें तो छोटी फिल्मों और छोटे परदे के ऐक्टर्स को यहां अच्छे मौके मिल रहे हैं. वेबसीरीज बनाने वाले भी सेक्स और हिंसा के भारी तड़के के साथ इसे खूब दुह रहे हैं. इस तरह के कंटेंट में कई अभिनेत्रियों की सहजता ने उनके हौसले बुलंद कर रखे हैं. उन्हें दर्शक जो मिल रहे हैं.

मिर्जापुर की बीना त्रिपाठी (अमेजन प्राइम) और आउट ऑफ लव की डॉक्टर मीरा कपूर (डिज्नी प्लस हॉटस्टार) के रूप में रसिका दुग्गल, ए सूटेबल बॉय की मीनाक्षी मेहरा और बॉम्बे बेगम्स (दोनों नेटफ्लिक्स पर) की फातिमा वारसी के रूप में शहाना गोस्वामी आश्रम की बबीता के रोल में त्रिधा चौधरी और बिसात: खेल शतरंज का (दोनों एमएक्स प्लेयर पर) में डॉक्टर कियाना वर्मा के रोल में संदीपा धर सरीखी अभिनेत्रियों ने साहसिक अभिनय से प्रतिबद्ध दर्शक तैयार किए हैं. इसके उलट श्वेता त्रिपाठी शर्मा, अमिका शैल, रूमाना मोला सहित कई और अभिनेत्रियां हैं जो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अभिनय की उड़ान भरने की कवायद में हैं.

मसान गर्ल श्वेता मिर्जापुर में रसिका दुग्गल के मुकाबले डटी थीं. अपने अभिनय के बल पर गोलू गुप्ता के किरदार को जीवंत रखते हुए उन्होंने पहचान बना ली. मिर्जापुर-3 में भी वे नए अंदाज में दिखेंगी. इस समय उनके पास आधा दर्जन प्रोजेक्ट हैं. बकौल श्वेता, ‘‘मिर्जापुर मेरे करियर के लिए ट‌र्निंग पॉइंट है. इसमें पहली बार खुद को होर्डिंग/पोस्टर्स पर देखा.’’ हरामखोर और मसान जैसी फिल्मों में भी काम कर चुकीं श्वेता बताती हैं, ‘‘मिर्जापुर के दो एपिसोड पढ़ने के बाद ही तय कर लिया था कि मुझे गोलू के रूप में इस दुनिया का हिस्सा होना है.

हालांकि उसकी और मेरी जिंदगी में कुछ भी समान नहीं. मेरी कोशिश भी रहती है कि किरदार मुझसे जितने अलग हों, उतना ही मजा आएगा. बतौर ऐक्टर एक ही लाइफ में अलग-अलग लाइफ जीने को मिल रहे हैं. इसका आनंद ही कुछ और है.’’ उनका मानना है कि वेबसीरीज में काम करने का अलग मजा है क्योंकि कहानी 8-10 घंटे तक की भी होती है. इसे बिहार के किसी गांव में बैठा दर्शक भी देख पाता है.

वे खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि उन्हें अभिनय के बल पर फिल्में और वेबसीरीज में काम का मौका मिल रहा है. अपहरण वेबसीरीज निर्माता-निर्देशक सिद्धार्थ सेनगुप्ता ने नेटफ्लिक्स के शो ये काली काली आंखें में श्वेता को साइन करने से पहले उनकी हरामखोर देखी थी. श्वेता बताती हैं, ‘‘इमोशनल जर्नी के साथ इसमें प्यार के जुनून वाला मेरा कैरेक्टर है. मसान के बाद ऐसे कैरेक्टर के लिए मैं तरस रही थी.’’ लॉकडाउन के दौरान श्वेता ने खुद को सोशल मीडिया से दूर रखा. लॉकडाउन हटने के बाद वे डिज्नी प्लस हॉटस्टार के लिए शो एस्केप लाइव, वूट के लिए शो द गॉन गेम-2 की शूटिंग करने वाली हैं. 

उधर सारेगामापा फेम अमिका शैल की एक के बाद एक तीन वेबसीरीज रिलीज होने जा रही हैं. डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर छत्तीस और मैना आ चुकी है और उनका मानना है कि इससे उनका भविष्य संवर जाएगा. वे सात साल पहले कोलकाता से मुंबई आई थीं गायिका बनने. उसमें कामयाबी न मिलने पर पिछले दो साल से ऐक्टिंग में किस्मत आजमा रही हैं. ओटीटी और लॉकडाउन ऐसे में उनके लिए वरदान बन गए.

वे मिर्जापुर-2 में बार सिंगर और अक्षय कुमार की लक्ष्मी में विलेन के भाई की गर्लफ्रेंड जैसे छोटे रोल करने को इसलिए राजी हुईं जिससे कि उन्हें आगे भी काम मिले. श्रद्धा पासी के निर्देशन वाले वेब शो छत्तीस और मैना में संदीपा धर लीड में तो अमिका सेकंड लीड में हैं. यह गांवों में नाचने वाली नचनिया के जीवन पर आधारित है. अमिका सफाई में कहती हैं कि यह फैमिली ड्रामा है और गंदे सीन नहीं है. नचनिया पर उन्होंने इसी नाम से एक और शो किया है जिसमें वो लीड में हैं. यह तमाशा प्लेटफॉर्म के लिए है.

वीडियो कॉल नाम की एक और वेब सीरीज वे भूत का भी रोल कर रही हैं. ऑल्ट बालाजी के शो गंदी बात-5 से अमिका ने डिजिटल पर शुरुआत की थी. वे बताती हैं, ‘‘इसमें मैंने जो अंतरंग दृश्य दिए उतने तो फिल्मों में होते हैं.’’ अमिका अच्छे अभिनय से पैसे कमाना चाहती हैं न कि बोल्ड सीन देकर. उन्होंने बोल्ड सीन के लिए अपनी लक्ष्मण रेखा तय कर रखी है: ‘‘जितना सहज है उतना ही करना है.’’ वे अपने करियर से खुश हैं. नचनिया सीरीज में उन्होंने नशीली हूं मै कंटीली हूं मैं.. गाना भी गाया है तो गंदी बात का टाइटल ट्रैक भी.

इसी तरह से मौका हथियाने वालों में अमेरिका में जन्मीं और बेल्जियम में पली बढ़ीं भारतीय मूल की बंगाली रूमाना मोला भी हैं. उनकी हिंदी अच्छी है. रुमाना छह महीने के लिए मुंबई आई थीं. ‘‘सोचा था, इस दौरान काम मिला तो ठीक, वर्ना लौट जाऊंगी. इस दौरान उन्हें पोगो के लिए एंक‌रिंग का एक काम मिल गया.’’ बाद में उन्हें कुछ मौके मिले पर कारगर नहीं रहे.

उन्होंने धैर्य रखा. लव रंजन ने उन्हें प्यार का पंचनामा-2 में मौका दिया. अपर्णा सिंह की इरादा उनकी दूसरी फिल्म थी, जिसमें नसीरुद्दीन शाह की बेटी का रोल करने के लिए सिर मुड़वाना भी कुबूल किया. फिर उन्हें पहली वेबसीरीज लाइफ सही है में काम मिला. वे फिल्म बावरी छोरी के अलावा वेबसीरीज देव डीडी-2 और वर्जिन भानुप्रिया में भी प्रतिभा दिखा चुकी हैं. निखिल अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म जिंदगी तीन दिन में भी वे दिखेंगी.

इसके अलावा द गेम ऑफ सक्सेस वेब शो में लीड रोल निभा रही हैं. यह क्रिकेट पर आधारित शो है. इस महमारी के दौरान जिस तरह से वेब सीरीज में ऐक्टर्स को काम करने का मौका मिल रहा है, रुमाना उसे सकारात्मक रूप में देख रही हैं. वे कहती हैं, ‘‘लॉकडाउन के दौरान हमें इसकी अहमियत समझ आई.’’ मौके पर काम लपकना हर कलाकार के लिए फायदेमंद है. तभी तो ऊंची उड़ान भर पाएंगे. 

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