अपने आप पर भरोसा

पिछले ही महीने कोर्सेरा पर उन्होंने छह अलग-अलग कोर्स पूरे किए हैं, जो वे दिसंबर से कर रहे थे. वे शाम को ड्राइविंग सीखते हैं, टहलते हैं या छत पर जॉगिंग करते हैं, दोस्तों से बतियाते हैं.

अंश टांगरी
अंश टांगरी

अंश टांगरी, 19 वर्ष

छात्र, बीबीए प्रथम वर्ष,

दिल्ली

जब उनके विश्वविद्यालय की कक्षाएं जूम पर चली आईं तो टांगरी को अपने कई साथियों की तरह जरा निराशा नहीं हुई. वे कहते हैं, ''ऑनलाइन क्लासेस लेने में मुझे कोई भी समस्या नहीं आई. हमें शिक्षकों से अपने सवालों के जवाब पूछ सकते थे और उन्होंने भी बहुत मदद की.’’

उनकी उम्र महज 19 साल की है लेकिन अपने भविष्य को लेकर टांगरी का नजरिया बहुत स्पष्ट है. पिछले ही महीने कोर्सेरा पर उन्होंने छह अलग-अलग कोर्स पूरे किए हैं, जो वे दिसंबर से कर रहे थे.

वे शाम को ड्राइविंग सीखते हैं, टहलते हैं या छत पर जॉगिंग करते हैं, दोस्तों से बतियाते हैं. रात में वेब सीरीज या फिल्में देखते हैं और पढ़ते हैं. वह कहते हैं, ''मैं खुद से कहता हूं कि अगर मैंने इस खाली समय का ठीक से इस्तेमाल किया तो यह आगे चलकर बहुत काम का होगा.’’

बतौर उभयमुखी (यानी समय के अनुसार कभी अंतर्मुखी और बहिर्मुखी) इंसान के तौर पर वे शांति का माहौल पसंद करते हैं, और इसलिए उन्हें लगता है कि लॉकडाउन उनके लिए खुद को बेहतर बनने और अपना हुनर तराशने का मौका है. दबाव में आने पर, ‘‘मैं हमेशा अपने कजिन से बात करता हूं जो मुझसे छह महीने बड़ा है.

हमारे घर के ठीक नीचे वाली क्रलोर पर रहता है.’’ एक सपने देखने वाले और व्यावहारिक व्यक्तित्व के मिश्रण अंस खेलने और सोने को भी तरजीह देते हैं जो उन्हें दवाब में लाने वाली समस्याओं से बचाते है और वे चीजों को सही दृष्टिकोण से देख पाते हैं.

—शैली आनंद

‘‘मैं खुद से कहता हूं कि अगर मैंने इस खाली समय का ठीक तरीके से इस्तेमाल किया तो यह आगे चलकर बहुत काम का होगा’’

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