गंगा आरती एक दैनिक अनुष्ठान है जो शुद्धता की अप्रतिम प्रतीक मां गंगा के प्रति सम्मान और कृतज्ञता के भाव को दर्शाता है. जीवन के आधार अग्नि, जल और वायु तत्वों के बीच अद्भुत सामंजस्य का यह दृश्य भक्ति और आध्यात्मिकता से ओत-प्रोत होता है.
गंगा आरती का मुख्य अनुष्ठान दशाश्वमेध घाट पर होता है और वाराणसी के किसी भी हिस्से से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है. यही वजह है कि इस दिव्य नजारे के साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं.
गंगा आरती के दौरान नदी की पूजा एक देवी के तौर पर की जाती है जो शुभता, पवित्रता और आध्यात्मिकता की प्रतीक हैं. आरती के साथ यही कामना होती है कि मां गंगा एक पोषणकर्ता और जीवनदायिनी के तौर पर सभी का कल्याण करें.