कोरोना संक्रमण के दौरान चीन में काम कर रही अंतरराष्ट्रीय कंपनियां दूसरे देशों में अपना ठिकाना तलाश रही हैं. इसी क्रम में जर्मनी की प्रतिष्ठित फुटवियर कंपनी 'वॉन वेलेक्स' ने उत्तर प्रदेश के आगरा में अपनी जूता बनाने की दो यूनिट शुरू की हैं. जर्मन कंपनी ने आगरा के एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रियल पार्क में 'इआट्रिक इण्डस्ट्रीज ग्रुप' के साथ साझेदारी में फुटवियर निर्माण शुरू किया है. 3 नवंबर को अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग, आलोक कुमार ने वॉन वेलक्स कंपनी की दो फुटवियर इकाइयों का वर्चुअल ढंग से उद्घाटन किया. अभी तक कुल 2,000 लोगों को इन यूनिट में रोजगार दिया गया है.
वॉन वेलेक्स कंपनी अब यूपी में तीन परियोजनाओं में लगभग 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. कंपनी का दावा है कि इससे 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा जबकि यूनिट्स सालाना 50 लाख जोड़े जूते का उत्पादन करेंगी. कोविड-19 के बाद के कालखंड में यूपी के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसमें मात्र पांच माह के अल्प समय में निवेश-प्रस्ताव क्रियान्वित होकर उत्पादन भी प्रारंभ हो गया है. वॉन वेलेक्स द्वारा 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जेवर (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में दिसंबर 2020 तक एक नई उत्पादन इकाई स्थापित किए जाने की संभावना है, जबकि कोसी-कोटवान, मथुरा में 7.5 एकड़ में एक और विनिर्माण यूनिट प्रस्तावित है.
'ईआट्रिक इंडस्ट्रीज़' श्री मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष जैन ने बताया कि इस परियोजना में विभिन्न प्रकार के 25 लाख जोड़े जूतों का वार्षिक उत्पादन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि परियोजना के अधीन प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, अनुसंधान, विकास, विपणन और उत्पादन ईआट्रिक इंडस्ट्रीज के सहयोग से किया जाएगा. यूपी में निवेशकों की सुविधा के लिए नए संस्थागत सुधारों के विषय में बताते हुए आलोक कुमार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक नई एकीकृत निवेश एवं सुगमता संस्था, ‘इन्वेस्ट यूपी’ का गठन को गेम चेंजर मानते हैं. मंत्री, औद्योगिक विकास तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इस संस्था के उपाध्यक्ष हैं. ‘इन्वेस्ट यूपी’ की संचालन समिति के अध्यक्ष अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त हैं. आलोक कुमार बताते हैं, “उद्यमियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, किंतु उत्तर प्रदेश सरकार अपनी नीतियों के जरिए उद्यमियों को हर संभव सहायता दे रही है.”
वॉन वेलेक्स ने चीन में अपना कारोबार समेट कर आगरा में नई यूनिट शुरू की तो 'महिंद्रा समूह' के मुखिया प्रख्यात उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने इसे बूंद-बूंद इक्कट्ठा होकर 'अच्छी बाढ़' के रूप में तब्दील होने का संकेत बताया. ट्विटर पर आनंद महिंद्रा ने लिखा कि जर्मन कंपनी का चीन से आगरा आना, ताजे पानी की छोटी-छोटी बूंदे हैं. धीरे-धीरे यह पतली धार का रूप लेगी और फिर एक तेज धार वाले विकास के रूप से होते हुए बाढ़ में परिवर्तित होगी. निवेश और विकास की इस 'अच्छी बाढ़' को ऐसे आने देना चाहिए. इन्वेस्ट इंडिया इस काम में उत्प्रेरक हो सकता है.
कोरोना संक्रमण के दौरान यूपी में अलग-अलग क्षेत्रों में जापान, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, जर्मनी, दक्षिण कोरिया समेत 10 देशों की विभिन्न कंपनियों ने कुल 45,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव सौंपे हैं. जल्द ये कंपनियां निवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगी. अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आइआइडीसी) आलोक टंडन बताते हैं कि पिछले छह महीनों में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास प्राधिकरणों ने निवेश परियोजनाओं के लिए लगभग 426 एकड़ (326 भूखंड) आवंटित किए हैं. इनमें लगभग 6,700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है और लगभग 1,35,362 रोजगार के सृजन की संभावना है.
प्रदेश सरकार ने औद्योगीकरण को बढ़ावा और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) की स्थापना की प्रक्रिया आसान कर दी है. अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नवनीत सहगल बताते हैं कि उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (स्थापना एवं संचालन) अधिनियम-2020 के क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. आयुक्त एवं निदेशक, उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन, सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और उपायुक्त उद्योग को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है. सहगल ने बताया कि एमएसएमई के नए उद्यम व विस्तारीकरण को आवश्यक प्रमाणपत्र के लिए उद्यमियों को जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र में आवेदन पत्र जमा करने होंगे. आवेदनों के त्वरित निस्तारण के लिए जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. संबंधित उपजिला मजिस्ट्रेट, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अधिशासी अभियंता विद्युत निगम, उप या सहायक श्रमायुक्त, क्षेत्रीय प्रबंधक राज्य औद्योगिक विकास निगम, सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा निदेशालय और जिला अग्निशमन अधिकारी इसके सदस्य होंगे. उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र समिति के सदस्य सचिव होंगे.
ये कंपनियां करेंगी यूपी में निवेश
- हीरानंदानी ग्रुप ग्रेटर नोएडा में 750 करोड़ रुपए के निवेश से डेटा सेंटर बनाएगी.
- ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज 300 करोड़ रुपए से इंटीग्रेटेड फूड प्रॉसेसिंग यूनिट लगाएगी.
- एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड पीएलसी (एबी मौरी) खमीर मैन्यूफैक्चरिंग में 750 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
- डिक्सन टेक्नॉलजीज कंस्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में 200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
- वेलिक्स (जर्मनी) फुटवियर निर्माण में 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
- सूर्या ग्लोबल फ्लेक्सी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड भी यूपी में 100 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेगी.
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