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 शांति धारीवाल कांग्रेस के सबसे बड़े गद्दार हैं

जोधपुर जिले के ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा राजस्थान के दिग्गज कांग्रेसी नेता परसराम मदेरणा की पौत्री और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की पुत्री हैं. 2020 में सचिन पायलट गुट से जुड़े 18 विधायकों के विद्रोह किए जाने की घटना के वक्त वे अशोक गहलोत सरकार को बचाने के लिए उनके साथ खड़ी थीं, लेकिन अब वे इस्तीफा देने वाले विधायकों के साथ नहीं हैं.

दिव्या मदेरणा
दिव्या मदेरणा
अपडेटेड 4 अक्टूबर , 2022

रविवार की घटना को आप किस रूप में देखती हैं?

यह घटना घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती है. अधिकृत विधायक दल की मीटिंग रविवार शाम 7 बजे सीएमआर (मुख्यमंत्री आवास) में निर्धारित थी. इसकी सूचना महेश जोशी ने मुझे व अन्य विधायकों को फोन करके दी थी. इसके बाद उन्हीं लोगों ने शांति धारीवाल के घर बैठक करके इस्तीफे देने का फैसला किया जो आलाकमान को आंख दिखाने जैसा कदम है.

 आप किस गुट में शामिल हैं?

मैं खेमेबाजी की पॉलिटिक्स नहीं करती. मैं परसराम मदेरणा की विरासत हूं. न मैं अशोक गहलोत गुट से हूं, न मेरा सचिन पायलट गुट से कोई संबंध, मैं तो आलाकमान के गुट से हूं. आलाकमान जिसे भी राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाएंगे हम उनके साथ हैं.

 क्या शांति धारीवाल और महेश जोशी ने जो किया वह ठीक है?

कांग्रेस पार्टी में आज के दिन सबसे बड़े गद्दार शांति धारीवाल और महेश जोशी हैं. आलाकमान ने इन्हें पद-प्रतिष्ठा देने में कोई कसर नहीं रखी. शांति धारीवाल को इतनी बार मंत्री बनाया. महेश जोशी दो-दो पद से नवाजे गए हैं. फिर भी इन्होंने आलाकमान को आंख दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी.

 धारीवाल और जोशी पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए ?
मेरे दादाजी परसराम मदेरणा कहते थे कि पथ पर पांव नहीं, विश्वास चला करता है. धारीवाल और जोशी ने विश्वासघात किया है, इसलिए इन दोनों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

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